बड़े भ्रष्टाचार की आशंका – शिवना पंचायत का नया कारनामा
शादी होकर ससुराल चली गई लड़कियां, फर्जी मस्टर भर निकाल रहे राशि
खंडवा। खंडवा जनपद पंचायत में मूल कार्यपालन अधिकारी के सेवा निवृत हो जाने के बाद डिप्टी कलेक्टर को जनपद खंडवा का प्रभार सौंपा गया है। जिसके बाद से ही भ्रष्टाचार थमने का नाम नही ले रहा है। आए दिन सचिव सरपंच रोजगार सहायक इंजीनियरों की शिकायतो के सिलसिले बरकार है। हार कर ग्रामीणों को जनसुनवाई और सीएम हेल्पलाइन का रास्ता अपनाना पड़ रहा है। बावजूद इसके संबंधित अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। जिसके चलते भ्रष्टाचार को बड़ावा मिल रहा है। ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत शिवना में देखने को मिला है। यहां मस्टर रोल में फर्जी हाजरी भरने के चक्कर में हाजरी ही सात दिन की लगा दी गई। जो जांच का विषय है, जो की पंचायती राज अधिनियम के तहत नियम विरुद्ध है। मनरेगा योजना और पंचायती राज विभाग संचालनालय के नियम अनुसार सप्ताह छः दिवस का माना जाता है। जिसमें श्रमिकों को सप्ताह में छः दिवसो का रोजगार प्रदान किया जाता है। पर शिवना ग्रामपंचायत के रोजगार सहायक अनिल पाटीदार ने तो मनरेगा योजना और पंचायतीराज विभाग के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा कर रख दी। सात दिवस की मजदूरी भरकर खुले आम भ्रष्टाचार कर रहा है। क्या अनिल पाटीदार को उच्च अधिकारियों का संरक्षण तो नही ?
शादी शुदाओ को भी बना रहे हैं मनरेगा मजदूर –
खंडवा जनपद की ग्राम पंचायत शिवना में जो लड़कियां शादी होकर ससुराल चली गई है। उनके भी मनरेगा में मजदूर बता फर्जी मस्टर रोल भरकर राशि का गबन कर रहे हैं। श्रीमती शोभा देवराम जॉबकार्ड न० 175 वर्तमान निवासी निवासी ग्राम सिहाड़ा (अपने ससुराल) रजनी सुरेश जॉब कार्ड नंबर 48 इनका भी विवाह 1 वर्ष पहले हो चुका है। जिसको अनिल पाटीदार रोजगार सहायक ने मनरेगा मजदूर बता कर फर्जी मास्टर रोल भर राशि आहरित की है। पूर्व में भी 14वां वित्त और पंच परमेश्वर जैसी कई योजनाओं की शिकायतें ग्रामीणों के द्वारा की गई, विभाग जांच पूरी करता उससे पहले ही नया मामला उभर कर सामने आ गया।
फोटोग्राफर को भी बनाया मनरेगा मजदूर
खंडवा जनपद में जिस दिन से मुख्य कार्यपालन अधिकारी सेवानिवृत हुए हैं। उसे दिन से मानो भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पार कर चुका है। सिहाड़ा ग्राम पंचायत के भ्रष्टाचार की जांच पूर्ण भी नहीं हुई थी, की शिवना ग्राम पंचायत में सरपंच सचिव रोजगार सहायक व मेट की मिली भगत के चलते फर्जी तरीके से मस्टर भर कर की राशि का गबन का मामला एक बार फिर चर्चाओं में हैं। ग्रामीण जनों के द्वारा कलेक्टर की जनसुनवाई मे आवेदन सोपा गया। लेकिन जनपद के कुछ उच्च अधिकारियों ने उसे जांच में लीपा पोती करना शुरू कर दी। शिवाना ग्राम पंचायत में कांतिलाल मालाकार मेट के भाई श्री गोविंद मालाकार और उनकी पत्नी श्रीमती संगीता मालाकार के नाम से फर्जी मास्टर रोल भरवा कर मनरेगा में मजदूर होना बताया है, जबकि उनसे चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि मेरा फोटोग्राफी का काम है और मैं उसे अपने निज निवास खंडवा गणेश तलाई से संचालित कर रहा हूं। आपके द्वारा यह बात मेरे नॉलेज में लाई गई है मैं चर्चा करूंगा।
इसी क्रम में विजय गिरवर जो की इंदौर की एक निजी कंपनी में पिछले एक वर्ष से कार्यरत है उनके नाम से भी सरपंच और रोजगार सहायक अनिल पाटीदार के द्वारा विजय के नाम से भी फर्जी मास्टर भर कर मजदूर होना बताया है।
आज तक नहीं हुई ग्राम सभा बैठक ग्रामीणों ने लगाया आरोप –
ग्रामीण जनों ने यह भी आरोप लगाए हैं कि आज तक ना कोई ग्राम सभा भी ना कोई शासकीय योजनाओं से लाभान्वित करने की चर्चा करता है। सरपंच सचिव रोजगार सहायक सब के सब भ्रष्ट और काम के प्रति बेईमान लोग हैं।
बाले बाले जांच निपटने में लगे जनपद के उच्च अधिकारी –
ग्रामीण जन की शिकायती आवेदन पर जांच करने पहुंचे एपीओ नरेंद्र पाटीदार ओर उपयंत्री एजाज खान के द्वारा सरपंच के चहितो से कथन लेकर शिकायत को नस्तीबद्ध कर , भ्रष्टाचार को दबाने का प्रयत्न किया जा रहा है। नियम यह है की, शिकायतकर्ता को बुलाकर उनके समक्ष जांच कर उन्हे संतुष्ट करना। पर यहां तो मामला कुछ और ही हो गया , जांच करने पहुंचे एपीओ नरेंद्र पाटीदार ओर उप यंत्री एजाज खान के द्वारा सरपंच के चाहितो के बयान लेकर जांच को रफा दफा करना चाहते हैं। पूर्व में सिहाड़ा ग्राम पंचायत में हुए भ्रष्टाचार की चर्चाओं में रहे उपन्यत्री एजाज खान एक बार फिर बड़े भ्रष्टाचार की आशंका के घेरे में हैं।
– यह कहना गलत नहीं होगा कि खंडवा जनपद अब धीरे-धीरे भ्रष्टाचार का गड़ बनती जा रही है।
इनका कहना…
श्री नरेंद्र पाटीदार एपीओ खंडवा जनपद पंचायत को संपर्क किया गया। लेकिन निजी कार्य से अवकाश पर होने से कॉल रिसीव नहीं किया।