भोपाल। मध्यप्रदेश के सभी 55 जिलों में खुलने वाले प्रधानमंत्री एक्सीलेंस कालेज के छात्र-छात्राओं से प्रतिदिन एक रुपए किराया लिया जाएगा. हर माह के 30 रुपए स्टूडेंट को कालेज प्रबंधन को देना होगें, इसके बदले स्टूडेंट कालेज की बसों से अपने घर व कालेज आ जा सकेगें. बसों का रुट व राउंड कलेक्टर द्वारा तय किया जाएगा।
हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट ने एक जुलाई से शुरु होने वाले पीएम एक्सीलेस कालेज में इस तरह की व्यवस्था बनाने के निर्देश जारी किए है. प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों व पीएम एक्सीलेंस कालेज के प्राचार्यो से कहा कि सभी कालेज में यह व्यवस्था शुरु की जानी है. इस व्यवस्था में जो भी खर्च आएगा, उसकी भरपाई कालेज की जनभागीदारी मद से की जाएगी. विभाग ने यह निर्देश कॉलेज पीएम एक्सीलेंस कॉलेज खोले जाने के 10 दिन पहले जारी कर समय पर इसके टेंडर व सर्विस प्रोवाइडर सिलेक्शन का काम पूरा करने के लिए कहा है।
गौरतलब है कि सीएम मोहन यादव ने एक दिन पहले उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ की बैठक में जिलों में खोले जाने वाले कालेजों का रिव्यू किया था. सीएम श्री यादव ने कहा कि इसके लिए आवश्यक बजट भी उपलब्ध कराया गया है है, एक्सीलेंस कॉलेज जिले का गौरव होगे, एक्सीलेंस कॉलेज से जिले की तहसीलों एवं जिले के नागरिकों को जोड़ें. सीएम मोहन यादव ने 13 दिसम्बर 2023 में शपथ लेने के बाद अपनी पहली कैबिनेट की बैठक में पीएम एक्सीलेंस कालेज खोलने की घोषणा की थी. इसके बाद हर जिले से कॉलेज का चयन कर उन्हें पीएम एक्सीलेंस कॉलेज के रूप में प्रमोट करने की कार्यवाही की गई. सीएम मोहन यादव ने कहा कि सरकार की मंशा है कि पीएम एक्सीलेंस कॉलेज शिक्षा के क्षेत्र में उदाहरण बनें और रोजगारपरक शिक्षा देकर प्रदेश के युवाओं को सीधे रोजगार से जोडऩे का काम करें. इसीलिए पीएम एक्सीलेंस कॉलेज में पर्यटन, संस्कृति विमानन सहित कई नए कोर्स शुरू करने का निर्णय भी लिया है।